000 04162nam a2200217Ia 4500
999 _c37103
_d37103
041 _aHindi
082 _aRD.0281
100 _aद्विवेदी, संदीप
_uमहारानी लक्ष्मीबाई शासकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय
_vग्वालियर
245 0 _aसहरिया जनजाति के आर्थिक जीवन पर कूनों अभ्यारण्य के अन्तर्गत विस्थापन के प्रभाव का विश्लेषणात्मक अध्ययन (श्योपुर जिले के विशेष संदर्भ में) /
_cसंदीप द्विवेदी
260 _aNew Delhi :
_bICSSR,
_c2010-12
300 _a97p. ;
504 _aInclude bibliographical references.
520 _aयह अध्ययन भारत के मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के संदर्भ में कूनो वन्यजीव अभयारण्य के विस्तार के कारण सहरिया जनजाति के आर्थिक जीवन पर विस्थापन के प्रभाव का विश्लेषण करता है। वन क्षेत्र से जनजातियों के विस्थापन, जहां वे पीढ़ियों से रहते थे, के परिणामस्वरूप उनकी पारंपरिक आजीविका और आर्थिक सुरक्षा का नुकसान हुआ है। अध्ययन सहरिया जनजाति की आर्थिक स्थिति और उनकी आजीविका के लिए वन उपज पर उनकी निर्भरता की जांच करता है। अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि सहरिया जनजाति के विस्थापन ने उनकी आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है, जिससे गरीबी, खाद्य असुरक्षा और कुपोषण में वृद्धि हुई है। अध्ययन में सरकार द्वारा किए गए अपर्याप्त पुनर्वास उपायों और विस्थापित जनजातियों के लिए पर्याप्त मुआवजे की कमी पर भी प्रकाश डाला गया है। अध्ययन का निष्कर्ष है कि विस्थापित जनजातियों की चिंताओं को दूर करना और उनके सामाजिक-आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें आजीविका के वैकल्पिक स्रोत और उचित मुआवजा प्रदान करना आवश्यक है।
536 _aIndian Council of Social Science Research.
546 _aHindi
650 _aसहरिया जनजाति का परिचय
_vसंबंधित कानून और नीतियों का विश्लेषण
650 _aकूनों अभ्यारण्य के बारे में जानकारी
_zश्योपुर जिले के विशेष संदर्भ में अध्ययन का महत्व
650 _aविस्थापन के प्रकार
_vविस्थापन के प्रभाव का विस्तृत विश्लेषण
650 _aसहरिया जनजाति के आर्थिक जीवन का विश्लेषण
_vसमस्याओं और समाधानों का विश्लेषण
942 _cRP
_2ddc