रक्षा विज्ञान मनमोहन, बाला
By: बाला, मनमोहन.
Publisher: नई दिल्ली प्रभात प्रकाशन 2023Description: 227p. Graph.ISBN: 9789351866428.Other title: Rakshaa Vigyan.Subject(s): Defense industries -- India | रक्षा उद्योग -- भारत | military science -- Information Warefare -- IndiaDDC classification: 355.3 Summary: आदिकाल से युद्धों ने अनेक ऐसी प्रौद्योगिकियों को जन्म देने में विशेष भूमिका निभाई है, जो सभ्यता के विकास में भी महत्त्वपूर्ण रही हैं। उन्नीसवीं शताब्दी में हुई औद्योगिक क्रांति से सैन्य प्रौद्योगिकी में मूलभूत परिवर्तन आए थे, जो कंप्यूटर के विकास के साथ अब त्वरित गति से बदल रही है। 1991 में हुए खाड़ी युद्ध ने इस परिवर्तित प्रौद्योगिकी के आयुधों द्वारा भविष्य के युद्धों की एक झाँकी प्रस्तुत की है। उच्च प्रौद्योगिकी के कारण ही हम सब इस युद्ध को अपने ड्राइंगरूप से देख सके हैं। यह पुस्तक रक्षाविदों, रक्षा विज्ञान के विद्यार्थियों एवं अध्यापकों के लिए तो उपयोगी है ही, साथ ही जनसाधारण तथा भविष्य की पीढि़यों को परिवर्तित होती इस युद्ध-प्रौद्योगिकी की जानकारी देने में भी सहायक सिद्ध होगी।.Item type | Current location | Collection | Call number | Copy number | Status | Date due | Barcode |
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Books | NASSDOC Library | हिंदी पुस्तकों पर विशेष संग्रह | 355.3 BAL-R (Browse shelf) | Available | 54037 |
आदिकाल से युद्धों ने अनेक ऐसी प्रौद्योगिकियों को जन्म देने में विशेष भूमिका निभाई है, जो सभ्यता के विकास में भी महत्त्वपूर्ण रही हैं। उन्नीसवीं शताब्दी में हुई औद्योगिक क्रांति से सैन्य प्रौद्योगिकी में मूलभूत परिवर्तन आए थे, जो कंप्यूटर के विकास के साथ अब त्वरित गति से बदल रही है। 1991 में हुए खाड़ी युद्ध ने इस परिवर्तित प्रौद्योगिकी के आयुधों द्वारा भविष्य के युद्धों की एक झाँकी प्रस्तुत की है। उच्च प्रौद्योगिकी के कारण ही हम सब इस युद्ध को अपने ड्राइंगरूप से देख सके हैं। यह पुस्तक रक्षाविदों, रक्षा विज्ञान के विद्यार्थियों एवं अध्यापकों के लिए तो उपयोगी है ही, साथ ही जनसाधारण तथा भविष्य की पीढि़यों को परिवर्तित होती इस युद्ध-प्रौद्योगिकी की जानकारी देने में भी सहायक सिद्ध होगी।.
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